LRC歌词下载
[00:00.000] 作词 : Shloke Lal[00:01.000] 作曲 : Swastika Maitra/Sagnik Mukherjee[00:15.297] संग तेरे जो शाम है[00:21.074] उसमें ही आराम है[00:27.918] हाँ, संग तेरे जो शाम है[00:34.459] उसमें ही आराम है[00:40.673] पर बेड़ियाँ जो हैं चुनी[00:47.009] ये तोड़ दूँ या कि नहीं? (या कि नहीं?)[00:54.160] कश्मकश की ये इंतिहा है[01:00.125] कश्मकश ये क्यूँ ख़्वाह-मख़ाह है?[01:06.953] उलझा हूँ मैं, उलझी है तू[01:13.269] उलझा हूँ मैं, उलझी है तू[01:19.833] कश्मकश की ये इंतिहा है[01:26.297] कश्मकश ये क्यूँ ख़्वाह-मख़ाह है?[01:32.907] उलझा हूँ मैं, उलझी है तू[01:39.260] उलझा हूँ मैं, उलझी है तू[01:46.847][02:01.073] जो दिन मिले संग में तेरे[02:08.328] उस दिन को मैं जाने दूँ ना[02:18.657] जो दिन मिले संग में तेरे[02:25.059] उस दिन को मैं जाने दूँ ना[02:31.979] जाने दूँ ना[02:35.011] है बेरुख़ी, हाल-ए-जिया[02:41.250] अरमान ये है, पा ले पिया[02:47.325] पर बेड़ियाँ जो हैं चुनी[02:54.170] ये तोड़ दूँ या कि नहीं?[03:00.902] (कश्मकश की हैं जो दीवारें), हैं जो दीवारें[03:07.817] (क्यूँ ना दोनों उन्हें गिरा दें?) उन्हें गिरा दें[03:13.550] (ता-उम्र वो हो रू-ब-रू), हो रू-ब-रू[03:20.703] (ता-उम्र वो हो रू-ब-रू), हो रू-ब-रू[03:27.323] (कश्मकश की हैं जो दीवारें), हैं जो दीवारें[03:33.202] (क्यूँ ना दोनों उन्हें गिरा दें?) उन्हें गिरा दें[03:39.809] (ता-उम्र वो हो रू-ब-रू, ता-उम्र वो...)[03:46.533] ता-उम्र वो हो रू-ब-रू हो रू-ब-रू